परिचय
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान में एक बार फिर बड़ा हमला किया है। रविवार को BLA के मजीद ब्रिगेड और फतेह ब्रिगेड ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर आत्मघाती हमला किया। इस हमले में 90 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर है। हमले के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है।
कैसे हुआ हमला?
रविवार को बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने क्वेटा से कफ्तान जा रहे सैन्य वाहनों के काफिले पर हमला किया। नोशकी हाईवे पर घात लगाकर बैठे फिदायीन हमलावरों ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी को सेना के काफिले से टकरा दिया। इस हमले के तुरंत बाद BLA की फतेह स्क्वॉड के लड़ाकों ने काफिले में घुसकर पाकिस्तानी सैनिकों को निशाना बनाया। इस हमले में मिलिट्री वाहनों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया और कई सैनिक मारे गए।
BLA का दावा और पाकिस्तानी सेना का बयान
BLA ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन्होंने 90 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। वहीं, पाकिस्तानी सेना ने इस हमले को “छोटा आतंकी हमला” बताते हुए कहा कि इसमें सिर्फ 5 सैनिक मारे गए और 10 घायल हुए हैं।

5 दिन पहले किया था पैसेंजर ट्रेन का अपहरण
इससे पहले 11 मार्च को BLA ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण कर लिया था। इस हमले में BLA ने 214 बंधकों को मारने का दावा किया था, जबकि पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि केवल 28 सैनिक मारे गए थे।
BLA के लड़ाकों ने बलूचिस्तान के बोलान जिले में टनल नंबर-8 के पास रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया, जिससे जाफर एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। इसके बाद BLA के लड़ाकों ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इस ट्रेन में सुरक्षा बलों, पुलिस और ISI के एजेंट्स की मौजूदगी थी।
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) क्या है?
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी एक स्वतंत्रता समर्थक संगठन है जो पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी के लिए लड़ रहा है। इस संगठन का मानना है कि 1947 में भारत-पाकिस्तान के विभाजन के दौरान बलूचिस्तान को जबरदस्ती पाकिस्तान में शामिल किया गया था।
BLA के मुख्य उद्देश्य:
- बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर स्वतंत्र देश बनाना
- बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों पर बलूच जनता का अधिकार दिलाना
- पाकिस्तानी सेना और सरकार को बलूचिस्तान से हटाना
BLA ने 70 के दशक में अपनी गतिविधियां शुरू की थीं, लेकिन 21वीं सदी में इसका प्रभाव तेजी से बढ़ा। पाकिस्तान सरकार ने 2007 में BLA को एक आतंकी संगठन घोषित कर दिया था।

पाकिस्तान में बढ़ता आतंकवाद
ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान का स्थान
सिडनी स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस द्वारा जारी वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) 2025 के अनुसार, पाकिस्तान को दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बताया गया है।
पाकिस्तान में आतंकी घटनाएं:
- पाकिस्तान की कुल आतंकी घटनाओं का 90% हिस्सा खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में हुआ।
- तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को लगातार दूसरे वर्ष पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन बताया गया।
- 2024 में TTP ने 482 आतंकी हमले किए, जिनमें 558 लोगों की मौत हुई, जो 2023 के मुकाबले 91% ज्यादा थी।
बलूचिस्तान में बढ़ता विद्रोह
बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना और अलगाववादी संगठनों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
- BLA के अलावा, बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA) और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) भी पाकिस्तान के खिलाफ संघर्षरत हैं।
- पाकिस्तानी सरकार ने कई बार BLA के खिलाफ सैन्य अभियान चलाए, लेकिन अब तक इस संगठन को खत्म करने में असफल रही है।
- बलूचिस्तान की जनता पाकिस्तानी सरकार से नाराज है, क्योंकि उन्हें लगता है कि पाकिस्तान उनके प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रहा है और बदले में उन्हें कुछ नहीं मिल रहा।
बलूचिस्तान का भविष्य
बलूचिस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ आंदोलन दिन-ब-दिन तेज होता जा रहा है। पाकिस्तानी सेना बलूच विद्रोहियों को कुचलने के लिए सैन्य बल का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन इससे बलूच जनता में गुस्सा और बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पाकिस्तान बलूचिस्तान की जनता को उनके अधिकार नहीं देता तो यह संघर्ष और अधिक उग्र हो सकता है।
निष्कर्ष
बलूचिस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ अलगाववादी संगठनों की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। हालिया फिदायीन हमले और ट्रेन हाईजैक जैसी घटनाओं से साफ है कि BLA और अन्य बलूच संगठन अपने आंदोलन को और मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान सरकार के लिए यह एक गंभीर सुरक्षा संकट बन चुका है। यदि यह संघर्ष जारी रहता है, तो पाकिस्तान को भविष्य में बड़े पैमाने पर अस्थिरता और हिंसा का सामना करना पड़ सकता है।