माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता को संस्थागत बनाने तथा सरकार में लंबित मामलों को न्यूनतम करने के विजन और मिशन से प्रेरणा लेते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 तक विशेष अभियान 4.0 (कार्यान्वयन चरण) शुरू किया। विशेष अभियान का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों की समग्र स्वच्छता में सुधार लाना तथा सरकारी कार्यालयों के साथ आम जनता के सार्वजनिक अनुभव को बेहतर बनाना है। इसलिए, क्षेत्रीय/बाहरी कार्यालयों (संलग्न/अधीनस्थ कार्यालयों) पर विशेष ध्यान दिया गया।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने स्वच्छता को रेखांकित करते हुए विशेष अभियान 4.0 को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिसे विभाग के भीतर तथा देश के विभिन्न भागों में स्थित विभिन्न स्वायत्त निकायों/अधीनस्थ कार्यालयों में चलाया गया।
अभियान के दौरान, कार्यालयों में स्थान प्रबंधन तथा कार्यस्थल के अनुभव को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया। विशेष अभियान के प्रारंभिक चरण की शुरुआत से ही विभाग ने अपने स्वायत्त निकायों/अधीनस्थ कार्यालयों के साथ मिलकर देश भर में सफाई के लिए विभिन्न स्थलों की पहचान की। सफाई के लिए लगभग 257 स्थलों की पहचान की गई, 26,000 से अधिक भौतिक फाइलें और समीक्षा के लिए लगभग 383 ई-फाइलों की पहचान की गई। एक समर्पित टीम द्वारा दैनिक प्रगति की निगरानी की गई और प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) द्वारा होस्ट किए गए एससीपीडीएम पोर्टल पर नियमित रूप से जानकारी अपलोड की गई।
विशेष अभियान 4.0 की नोडल अधिकारी और संयुक्त सचिव (प्रशासन), श्रीमती ए. धनलक्ष्मी ने नियमित रूप से अभियान की प्रगति की समीक्षा की और चल रहे विशेष अभियान 4.0 के एक भाग के रूप में कार्यालय परिसर के अंदर कई स्थलों का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें कार्यस्थल पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपने सर्वोत्तम प्रयासों को केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यान्वयन चरण कई मोर्चों पर लक्ष्यों को पार करने वाली उपलब्धियों के साथ समाप्त हुआ। विभाग ने अपने अनुभागों/प्रभागों/स्वायत्त निकायों/अधीनस्थ कार्यालयों के साथ विशेष अभियान 4.0 में उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा 894 से अधिक स्थलों पर इसे स्वच्छता उत्सव के रूप में मनाया। इस वर्ष अभियान के दौरान चिन्हित किए गए कबाड़ का निपटान करके 4 लाख 76 हजार वर्ग फीट का उल्लेखनीय क्षेत्र मुक्त कराया गया तथा 4.84 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया गया। इसके अलावा, रिकॉर्ड प्रबंधन अभ्यास के तहत 30731 भौतिक फाइलों की समीक्षा की गई तथा उनमें से 14090 फाइलों को छांट दिया गया। इसके अलावा, 575 ई-फाइलों की समीक्षा की गई तथा उनमें से 321 ई-फाइलें बंद कर दी गईं।