महाकुंभ पर ममता बनर्जी के बयान से विवाद, विपक्ष ने विधानसभा में किया हंगामा

महाकुंभ पर ममता बनर्जी के बयान से विवाद, विपक्ष ने विधानसभा में किया हंगामा महाकुंभ पर ममता बनर्जी के बयान से विवाद, विपक्ष ने विधानसभा में किया हंगामा महाकुंभ पर ममता बनर्जी के बयान से विवाद, विपक्ष ने विधानसभा में किया हंगामा महाकुंभ पर ममता बनर्जी के बयान से विवाद, विपक्ष ने विधानसभा में किया हंगामा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महाकुंभ को लेकर दिए गए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। उनके बयान को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है, और विपक्ष ने इसे आस्था से जोड़कर विधानसभा में जमकर हंगामा किया।

ममता बनर्जी ने न सिर्फ अपने बयान पर सफाई दी बल्कि विपक्षी दलों के विरोध पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। इस मुद्दे पर राज्य की सियासत गरमा गई है और दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े हुए हैं।

महाकुंभ पर ममता बनर्जी के बयान से विवाद, विपक्ष ने विधानसभा में किया हंगामा

महाकुंभ पर ममता बनर्जी का बयान विवादों में, विपक्ष ने जताई नाराजगी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ 2025 को लेकर तीखी टिप्पणी की, जिसे लेकर बवाल मच गया है। उन्होंने इसे ‘मृत्यु कुंभ’ कहा और उत्तर प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए।

इसके साथ ही, विधानसभा में उन्होंने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के भाषण और विपक्षी दलों को भी आड़े हाथों लिया। उनके बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, और विपक्ष ने इसे आस्था का अपमान बताते हुए विरोध जताया है।

महाकुंभ पर ममता बनर्जी के बयान से विवाद, विपक्ष ने विधानसभा में किया हंगामा

महाकुंभ पर ममता बनर्जी की टिप्पणी से विवाद, यूपी सरकार पर साधा निशाना

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को विधानसभा में ऐसा बयान दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए महाकुंभ 2025 को ‘मृत्यु कुंभ’ कह दिया।

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह महाकुंभ का सम्मान करती हैं। उनके इस बयान के बाद राजनीति गर्मा गई है, और विपक्ष ने इसे आस्था का अपमान बताते हुए कड़ी नाराजगी जताई है।

ममता बनर्जी का सवाल – “महाकुंभ में गरीबों के लिए क्या व्यवस्था?”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ 2025 को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “यह मृत्यु कुंभ है… मैं महाकुंभ और मां गंगा का सम्मान करती हूं, लेकिन इसके लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है। मेले में भगदड़ जैसी घटनाएं आम हो गई हैं, ऐसे में व्यवस्था जरूरी है।”

उन्होंने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि “वीआईपी और अमीर लोगों के लिए एक लाख रुपये तक के शिविर की सुविधा है, लेकिन गरीबों के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किया गया। कितने शव बरामद हुए हैं? सरकार ने क्या योजना बनाई है?”

राज्यपाल के भाषण और विपक्ष पर ममता बनर्जी का हमला

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “देश के कई राज्यों में डबल-इंजन सरकार चल रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल में हमने विपक्ष को 50% समय दिया फिर भी उन्होंने सदन में हंगामा किया और कागज फेंके। भाजपा, कांग्रेस और माकपा सब मिलकर मेरे खिलाफ खड़े हैं। उन्होंने मुझे अपना भाषण तक नहीं देने दिया।”

‘धर्म को हथियार बनाना अभिव्यक्ति की आजादी नहीं’

मुख्यमंत्री बनर्जी ने विधानसभा में कहा, “अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब किसी धर्म के खिलाफ भड़काना या सांप्रदायिकता फैलाना नहीं है। कुछ लोग धर्म को हथियार बनाकर राजनीति कर रहे हैं। मैंने कुछ वीडियो देखे हैं, जहां विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी हिंदू धर्म को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। इसलिए उन्हें सदन से निलंबित किया गया। मैं कभी भी धार्मिक भावनाओं को भड़काने की राजनीति नहीं करती।”

उनके इन बयानों से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है, और विपक्ष ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “देश के कई राज्यों में डबल-इंजन सरकार चल रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल में हमने विपक्ष को 50% समय दिया फिर भी उन्होंने सदन में हंगामा किया और कागज फेंके। भाजपा, कांग्रेस और माकपा सब मिलकर मेरे खिलाफ खड़े हैं। उन्होंने मुझे अपना भाषण तक नहीं देने दिया।”


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *