बाजार में उथल-पुथल, लेकिन क्रोसिन निर्माता कंपनी के शेयर ने दिखाया दम, 20% का अपर सर्किट लगा।

बाजार में उथल-पुथल, लेकिन क्रोसिन निर्माता कंपनी के शेयर ने दिखाया दम, 20% का अपर सर्किट लगा।
शेयर बाजार में इन दिनों भारी उतार-चढ़ाव जारी है। सोमवार को भी बाजार में गिरावट दर्ज की गई, जो लगातार नौवें सत्र की गिरावट रही। हालांकि, इस मंदी के बीच एक फार्मा कंपनी के शेयरों ने जबरदस्त उछाल दिखाया। क्रोसिन टैबलेट और सिरप समेत कई दवाइयों का निर्माण करने वाली इस कंपनी के शेयरों में इतनी तेजी आई कि उस पर अपर सर्किट लग गया।

नई दिल्ली: शेयर बाजार में इन दिनों भारी उतार-चढ़ाव जारी है। सोमवार को भी बाजार में गिरावट दर्ज की गई, जो लगातार नौवें सत्र की गिरावट रही। हालांकि, इस मंदी के बीच एक फार्मा कंपनी के शेयरों ने जबरदस्त उछाल दिखाया। क्रोसिन टैबलेट और सिरप समेत कई दवाइयों का निर्माण करने वाली इस कंपनी के शेयरों में इतनी तेजी आई कि उस पर अपर सर्किट लग गया।

अपर सर्किट के बाद गिरा शेयर

शुक्रवार को यह शेयर 2017.75 रुपये पर बंद हुआ था, जबकि सोमवार को बढ़त के साथ 2239.95 रुपये पर खुला। हालांकि, शुरुआती कारोबार में इसमें गिरावट आई और यह 2088.25 रुपये तक लुढ़क गया। इसके बाद जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जिससे यह सीधे 20% के अपर सर्किट तक पहुंच गया। हालांकि, बाद में इसमें हल्की गिरावट आई। दोपहर 1 बजे तक यह शेयर 17.86% की बढ़त के साथ 2378.10 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।

पिछले एक साल में स्थिति अनुकूल नहीं रही।

पिछले एक साल में इस शेयर का प्रदर्शन औसत रहा है। एक साल में इसका रिटर्न लगभग 5% ही रहा। एक साल पहले यह शेयर करीब 2255 रुपये का था, जो अब 2378.10 रुपये तक पहुंचा है। यानी, सालभर में इसमें केवल 5.26% की बढ़त दर्ज की गई है।

पिछले छह महीनों में इस शेयर ने निवेशकों को नुकसान पहुंचाया है। इस अवधि में इसमें 19% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। यदि आज की बढ़त को हटा दिया जाए, तो यह नुकसान और भी ज्यादा होता।

अपर सर्किट लगने की वजह क्या है?

कंपनी को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (दिसंबर तिमाही) में शानदार मुनाफा हुआ, जिसके चलते इसके शेयरों में तेजी देखी गई। शुक्रवार को बाजार बंद होने से ठीक पहले कंपनी ने अपने तिमाही नतीजे जारी किए थे।

दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 230 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 400% की बढ़ोतरी दर्शाता है। साथ ही, कंपनी के राजस्व में भी वृद्धि हुई, जो 18% बढ़कर 949 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

डिस्क्लेमर: यह विश्लेषण व्यक्तिगत विशेषज्ञों या ब्रोकिंग फर्मों के मत पर आधारित है, न कि एनबीटी के। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि किसी भी निवेश निर्णय से पहले प्रमाणित वित्तीय विशेषज्ञों से परामर्श करें, क्योंकि शेयर बाजार की स्थिति तेजी से बदल सकती है।

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